नफ़रतों का इलाज करना है By Sher << शैख़ जी मस्जिद में जाओ मय... मुस्कुराता हूँ तो रोता है... >> नफ़रतों का इलाज करना है कुछ मोहब्बत अता करो जानाँ Share on: