नई सदा हो नए होंट हों नया लहजा By Sher << दिल-ए-तबाह में आबाद है ज़... होगा ज़रूर एक न इक दिन मु... >> नई सदा हो नए होंट हों नया लहजा नई ज़बाँ से कहो गर कहूँ फ़साना-ए-इश्क़ Share on: