नज़र बचा के गुज़र जाएँ मुझ से वो लेकिन By Sher << मत गोर-ए-ग़रीबाँ पर घोड़े... मरते मरते इसी बुत का मुझे... >> नज़र बचा के गुज़र जाएँ मुझ से वो लेकिन मेरे ख़याल से दामन बचा नहीं सकते Share on: