नाला-ए-बुलबुल-ए-शैदा तो सुना हँस हँस कर By Sher << मोहब्बत बुत-कदे में चल के... जैसे उस का कभी ये घर ही न... >> नाला-ए-बुलबुल-ए-शैदा तो सुना हँस हँस कर अब जिगर थाम के बैठो मिरी बारी आई Share on: