नसीम है तिरे कूचे में और सबा भी है By Sher << ख़ुदा मुआफ़ करे सारे मुंस... नमक भर कर मिरे ज़ख़्मों म... >> नसीम है तिरे कूचे में और सबा भी है हमारी ख़ाक से देखो तो कुछ रहा भी है Share on: