नमक भर कर मिरे ज़ख़्मों में तुम क्या मुस्कुराते हो By Sher << नसीम है तिरे कूचे में और ... मेरे मिलने से जो यूँ हाथ ... >> नमक भर कर मिरे ज़ख़्मों में तुम क्या मुस्कुराते हो मिरे ज़ख़्मों को देखो मुस्कुराना इस को कहते हैं Share on: