नया ख़ूँ रगों में रवाँ कर दिया By Sher << पलट चलें कि ग़लत आ गए हमी... नक़्श मिटते हैं तो आता है... >> नया ख़ूँ रगों में रवाँ कर दिया ग़ज़ल हम ने तुझ को जवाँ कर दिया Share on: