नज़र झुक रही है ख़मोशी है लब पर By Sher << चमन-ज़ार-ए-मोहब्ब्बत में ... बादशाहत के मज़े हैं ख़ाकस... >> नज़र झुक रही है ख़मोशी है लब पर हया है अदा है कि अन-बन है क्या है Share on: