निगाह-ए-इश्क़ दिल-ए-ज़िंदा की तलाश में है By Sher << कोई हाथ भी न मिलाएगा जो ग... महक अजब सी हो गई पड़े पड़... >> निगाह-ए-इश्क़ दिल-ए-ज़िंदा की तलाश में है शिकार-ए-मुर्दा सज़ा-वार-ए-शाहबाज़ नहीं Share on: