निगाह-ए-शौक़ से लाखों बना डाले हैं दर हम ने By Sher << सितारे की तरह सीने में दि... निगाह-ए-मेहर कहाँ की वो ब... >> निगाह-ए-शौक़ से लाखों बना डाले हैं दर हम ने क़फ़स में भी नहीं मानी शिकस्त-ए-बाल-ओ-पर हम ने Share on: