'नुशूर' आलूदा-ए-इस्याँ सही पर कौन बाक़ी है By Sher << क़दम मय-ख़ाना में रखना भी... मेरी आँखों में हैं आँसू त... >> 'नुशूर' आलूदा-ए-इस्याँ सही पर कौन बाक़ी है ये बातें राज़ की हैं क़िब्ला-ए-आलम भी पीते हैं Share on: