पाँव से लग के खड़ी है ये ग़रीब-उल-वतनी By Sher << पयम्बरों ने कहा था कि झूट... पय-ब-पय तलवार चलती है यहा... >> पाँव से लग के खड़ी है ये ग़रीब-उल-वतनी उस को समझाओ कि हम अपने वतन आए हैं Share on: