पत्थर न फेंक देख ज़रा एहतियात कर By Sher << कोई बतलाता नहीं आलम में उ... उस के होंटों पे रख के हों... >> पत्थर न फेंक देख ज़रा एहतियात कर है सत्ह-ए-आब पर कोई चेहरा बना हुआ Share on: