फिर सावन रुत की पवन चली तुम याद आए By Sher << ख़्वाहिश की तितलियों ने म... मैं उन की राह देखता हूँ र... >> फिर सावन रुत की पवन चली तुम याद आए फिर पत्तों की पाज़ेब बजी तुम याद आए Share on: