पुकारा क़ासिद-ए-अश्क आज फ़ौज-ए-ग़म के हाथों से By Sher << मैं ये तो नहीं कहता कि बश... रक़ीबों ने रपट लिखवाई है ... >> पुकारा क़ासिद-ए-अश्क आज फ़ौज-ए-ग़म के हाथों से हुआ ताराज पहले शहर-ए-जाँ दिल का नगर पीछे Share on: