पूरी आवाज़ से इक रोज़ पुकारूँ तुझ को By Sher << जबीं-ए-संग पे लिक्खा मिरा... जो रंग-ए-इश्क़ से फ़ारिग़... >> पूरी आवाज़ से इक रोज़ पुकारूँ तुझ को और फिर मेरी ज़बाँ पर तिरा ताला लग जाए Share on: