'क़तील' अब दिल की धड़कन बन गई है चाप क़दमों की By Sher << रात को जीत तो पाता नहीं ल... दिल उस की तार-ए-ज़ुल्फ़ क... >> 'क़तील' अब दिल की धड़कन बन गई है चाप क़दमों की कोई मेरी तरफ़ आता हुआ महसूस होता है Share on: