रात के वक़्त उभरता है जुनूँ का सूरज By चाँद, Sher << इस्कूल ख़ून चूसने वाली मश... ज़ुल्फ़-ए-दू-ता दोराहा-ए-... >> रात के वक़्त उभरता है जुनूँ का सूरज दिन निकलते ही किसी चाँद में ढल जाता है Share on: