राह निकलेगी न कब तक कोई By Sher << क़यामत है तिरी उठती जवानी तस्वीर-ए-चश्म-ए-यार का ख़... >> राह निकलेगी न कब तक कोई तिरी दीवार है और सर मेरा Share on: