रहेगा किस का हिस्सा बेशतर मेरे मिटाने में By Sher << तालाब इरादे का भरे पल में... 'बाक़ी' जो चुप रह... >> रहेगा किस का हिस्सा बेशतर मेरे मिटाने में ये बाहम फ़ैसला पहले ज़मीन ओ आसमाँ कर लें Share on: