रंग लाई है हसरत-ए-तामीर By Sher << जिस शख़्स के जीते जी पूछा... बेहतर तो है यही कि न दुनि... >> रंग लाई है हसरत-ए-तामीर गिर रही हैं इमारतें क्या क्या Share on: