रंगों में तेरा अक्स ढला तू न ढल सकी By Sher << जुर्म आदम ने किया और नस्ल... मौत ने कर दिया लाचार वगरन... >> रंगों में तेरा अक्स ढला तू न ढल सकी साँसों की आँच जिस्म की ख़ुश्बू न ढल सकी Share on: