रस्म-ए-दुनिया तो किसी तौर निभाते जाओ By Sher << 'सदा' के पास है द... न ज़िक्र गुल का कहीं है न... >> रस्म-ए-दुनिया तो किसी तौर निभाते जाओ दिल नहीं मिलते भी तो हाथ मिलाते जाओ Share on: