रौशन है आफ़्ताब की निस्बत चराग़ से By Sher << रोज़-ए-जज़ा में आख़िर पूछ... परवाने की तपिश ने ख़ुदा ज... >> रौशन है आफ़्ताब की निस्बत चराग़ से निस्बत वही है आप में और आफ़्ताब में Share on: