रुत बदली तो ज़मीं के चेहरे का ग़ाज़ा भी बदला By Sher << वो पास हो के दूर है तो दू... रस्ते ही में हो जाती हैं ... >> रुत बदली तो ज़मीं के चेहरे का ग़ाज़ा भी बदला रंग मगर ख़ुद आसमान ने बदले कैसे कैसे Share on: