सफ़र ही शर्त-ए-सफ़र है तो ख़त्म क्या होगा By Sher << जो भी बुरा भला है अल्लाह ... कोई तश्बीह का ख़ुर्शीद न ... >> सफ़र ही शर्त-ए-सफ़र है तो ख़त्म क्या होगा तुम्हारे घर से उधर भी ये रास्ता होगा Share on: