सफ़र का रंग हसीं क़ुर्बतों का हामिल हो By Sher << बंद कर ले खिड़कियाँ यूँ र... 'बेख़ुद' तो मर मि... >> सफ़र का रंग हसीं क़ुर्बतों का हामिल हो बहार बन के कोई अब तो हम-सफ़र आए Share on: