साक़िया एक नज़र जाम से पहले पहले By शाम, Sher << है कुछ ऐसी ही बात जो चुप ... मैं मसीहा उसे समझता हूँ >> साक़िया एक नज़र जाम से पहले पहले हम को जाना है कहीं शाम से पहले पहले Share on: