मैं मसीहा उसे समझता हूँ By Sher << साक़िया एक नज़र जाम से पह... मल रहे हैं वो अपने घर मेह... >> मैं मसीहा उसे समझता हूँ जो मिरे दर्द की दवा न करे Share on: