शहर की भीड़ में शामिल है अकेला-पन भी By Sher << अब आइना भी मिज़ाजों की बा... मौसम का ज़ुल्म सहते हैं क... >> शहर की भीड़ में शामिल है अकेला-पन भी आज हर ज़ेहन है तन्हाई का मारा देखो Share on: