शौहरों से बीबियाँ लड़ती हैं छापा-मार जंग By Sher << ख़ुश-गुमाँ हर आसरा बे-आसर... बुझ गई है बस्तियों की आग ... >> शौहरों से बीबियाँ लड़ती हैं छापा-मार जंग राब्ता उन का भी क्या कश्मीर की वादी से है Share on: