शम्अ के मानिंद हम इस बज़्म में By शम्अ, Sher << तमन्ना तिरी है अगर है तमन... साक़िया! याँ लग रहा है चल... >> शम्अ के मानिंद हम इस बज़्म में चश्म-ए-तर आए थे दामन-तर चले Share on: