शाम को जिस वक़्त ख़ाली हाथ घर जाता हूँ मैं By Sher << ख़ाल और रुख़ से किस को दू... ये दिल वालों से पूछो इस क... >> शाम को जिस वक़्त ख़ाली हाथ घर जाता हूँ मैं मुस्कुरा देते हैं बच्चे और मर जाता हूँ मैं Share on: