क़बीला-वार अदावत का सिलसिला 'तारिक़' By Sher << 'अमीर' अब हिचकिया... इक शख़्स तेरी बज़्म से ख़... >> क़बीला-वार अदावत का सिलसिला 'तारिक़' फ़साद-ए-शहर की सूरत में अब भी चलता है Share on: