शंकर बना के लोग मुझे पूजते रहे By Sher << तुम्हारे साथ मिरे मुख़्तल... ये दिल-नवाज़ उदासी भरी भर... >> शंकर बना के लोग मुझे पूजते रहे मजबूरियों में ज़हर निगलना पड़ा मुझे Share on: