शेर पढ़ते हुए ये तुम ने कभी सोचा है By Sher << मैं अपने घर को बुलंदी पे ... डूब जाता है मिरा जी जो कह... >> शेर पढ़ते हुए ये तुम ने कभी सोचा है शेर कहते हुए मैं कितनी दफ़ा मरता हूँ Share on: