शिकस्त-ए-तौबा की तम्हीद है तिरी तौबा By Sher << उँगलियाँ तू ने जो ऐ रश्क-... कितना आसाँ था तिरे हिज्र ... >> शिकस्त-ए-तौबा की तम्हीद है तिरी तौबा ज़बाँ पे तौबा 'मुबारक' निगाह साग़र पर Share on: