शोलों से बे-कार डराते हो हम को By Sher << यूँ भी इक बार तो होता कि ... झूटा जो कहा मैं ने तो शर्... >> शोलों से बे-कार डराते हो हम को गुज़रे हैं हम सर्द जहन्नम-ज़ारों से Share on: