शुक्र को शिकवा-ए-जफ़ा समझे By Sher << ज़िंदगी कितनी मसर्रत से ग... उस शख़्स ने कल हातों ही ह... >> शुक्र को शिकवा-ए-जफ़ा समझे क्या कहा मैं ने आप क्या समझे Share on: