उस शख़्स ने कल हातों ही हातों में फ़लक पर By Sher << शुक्र को शिकवा-ए-जफ़ा समझ... उतार फेंकूँ बदन से फटी पु... >> उस शख़्स ने कल हातों ही हातों में फ़लक पर सौ बार चढ़ाया मुझे सौ बार उतारा Share on: