सुन नसीहत मिरी ऐ ज़ाहिद-ए-ख़ुश्क By Sher << बर्फ़-मंज़र धूल के बादल ह... मैं हिकायत-ए-दिल-ए-बे-नवा... >> सुन नसीहत मिरी ऐ ज़ाहिद-ए-ख़ुश्क अश्क के आब बिन वुज़ू मत कर Share on: