सूरज ऊँचा हो कर मेरे आँगन में भी आया है By Sher << इस फ़ैसले से ख़ुश हैं अफ़... बुलबुल को बाग़बाँ से न सय... >> सूरज ऊँचा हो कर मेरे आँगन में भी आया है पहले नीचा था तो ऊँचे मीनारों पर बैठा था Share on: