यार से अब के गर मिलूँ 'ताबाँ' By Sher << 'हातिम' उस ज़ालिम... इस आस पे सैलाब के सीने पे... >> यार से अब के गर मिलूँ 'ताबाँ' तो फिर उस से जुदा न हूँ 'ताबाँ' Share on: