ख़ुशी ज़रूर थी 'तैमूर' दिन निकलने की By Sher << मैं ने बख़्श दी तिरी क्यू... हम दुनिया से जब तंग आया क... >> ख़ुशी ज़रूर थी 'तैमूर' दिन निकलने की मगर ये ग़म भी सिवा था कि रात बीत गई Share on: