तसव्वुर के सहारे यूँ शब-ए-ग़म ख़त्म की मैं ने By Sher << बेवफ़ाई पे तेरी जी है फ़ि... शाख़ से टूट के पत्ते ने य... >> तसव्वुर के सहारे यूँ शब-ए-ग़म ख़त्म की मैं ने जहाँ दिल की ख़लिश उभरी तुम्हें आवाज़ दी मैं ने Share on: