तीर-ए-क़ातिल को कलेजे से लगा रक्खा है By Sher << वे सूरतें इलाही किस मुल्क... वो इशारों में उस का कहना ... >> तीर-ए-क़ातिल को कलेजे से लगा रक्खा है हम तो दुश्मन को भी आराम दिए जाते हैं Share on: