वे सूरतें इलाही किस मुल्क बस्तियाँ हैं By Sher << नाम ही ले ले तुम्हारा कोई तीर-ए-क़ातिल को कलेजे से ... >> वे सूरतें इलाही किस मुल्क बस्तियाँ हैं अब देखने को जिन के आँखें तरसतियाँ हैं Share on: