तेरी ख़बर मिल जाती थी By Sher << वक़्त-ए-रवा-रवी है उठे क़... झाँकता भी नहीं सूरज मिरे ... >> तेरी ख़बर मिल जाती थी शहर में जब अख़बार न थे Share on: