तिरे आज़ाद बंदों की न ये दुनिया न वो दुनिया By Sher << मान मौसम का कहा छाई घटा ज... मुद्दत के ब'अद आज उसे... >> तिरे आज़ाद बंदों की न ये दुनिया न वो दुनिया यहाँ मरने की पाबंदी वहाँ जीने की पाबंदी Share on: