तिरी सदा का है सदियों से इंतिज़ार मुझे By Sher << कौन सी जा है जहाँ जल्वा-ए... जाता है मिरा जान निपट प्य... >> तिरी सदा का है सदियों से इंतिज़ार मुझे मिरे लहू के समुंदर ज़रा पुकार मुझे Share on: